मेरे देश की धरती सोना उगले गाने के बोल हिंदी में | Mere Desh Ki Dharti Sona Ugale Lyrics in Hindi


मेरे देश की धरती सोना उगले गाने के बोल हिंदी में | Mere Desh Ki Dharti Sona Ugale Lyrics in Hindi





देश भक्ति गीत लिरिक्स हिन्दी में | Desh Bhakti Geet Lyrics in Hindi





मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती
बैलों के गले में जब घुँघरू जीवन का राग सुनाते हैं
ग़म कोस दूर हो जाता है खुशियों के कंवल मुसकाते हैं
सुन के रहट की आवाज़ें यों लगे कहीं शहनाई बजे
आते ही मस्त बहारों के दुल्हन की तरह हर खेत सजे





मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती





जब चलते हैं इस धरती पे हल ममता अँगड़ाइयाँ लेती है
क्यों ना पूजे इस माटी को जो जीवन का सुख देती है
इस धरती पे जिसने जनम लिया उसने ही पाया प्यार तेरा
यहाँ अपना पराया कोई नही हैं सब पे माँ उपकार तेरा





मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती
ये बाग़ हैं गौतम नानक का खिलते हैं अमन के फूल यहाँ
गांधी, सुभाष, टैगोर, तिलक ऐसे हैं चमन के फूल यहाँ
रंग हरा हरिसिंह नलवे से रंग लाल है लाल बहादुर से
रंग बना बसंती भगतसिंह रंग अमन का वीर जवाहर से





मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती





रचनाकार – गुलशन बावरा





फिल्म – उपकार










https://youtu.be/TSETpz718t0
मेरे देश की धरती सोना उगले गाने के बोल हिंदी में | Mere Desh Ki Dharti Sona Ugale Lyrics in Hindi

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